माता-पिता की सेवा करने से बढ़ा कोई पुण्य का कार्य नहीं है : पंडित रमाकांत व्यास
ग्राम काँसखेड़ी में प्रसिद्ध कथावाचक पं. रमाकांत व्यास की अमृतवाणी से श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ

सिवनी मालवा ग्राम काँसखेड़ी में प्रसिद्ध कथावाचक पं. रमाकांत व्यास की अमृतवाणी से श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ दिनांक 6 से 12 दिसंबर 2023 तक किया जा रहा है जिसमें कथा का आयोजन चंद्र प्रकाश शर्मा एवं समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है कथा में पं.रमाकांत व्यास ने बताया कि श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा कहती है कि माता-पिता संसार मे प्रत्यक्ष देवता हैं। इनकी सेवा ही सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। आप अपने माता-पिता की सेवा नहीं करते हैं तो नहीं चलेगा,जो व्यक्ति अपने माता-पिता को कष्ट देता है,वह जीवन मे कभी सुखी नहीं रह सकता जो इंसान जीवंत माता-पिता की सेवा करता है, उसे जीवन में हमेशा सुख मिलता है। भगवान की भक्ति में मन लगाना चाहिए तथा दिल से भगवान को याद करना चाहिए।भगवान की पूजा अर्चना करनी चाहिए,लेकिन माता-पिता को नहीं भूलना चाहिए। कथा सुनने से मन को शांति मिलती है तथा सारे पाप धुल जाते हैं। मनुष्य को अपना कर्म करना चाहिए। फल देना भगवान का काम है। प्रभु ने इंसान को अच्छे कार्य करने के लिए बनाया है,लेकिन हम मोह माया में फंसकर आज उल्टे सीधे कार्य करने लगे हैं। कथा में चंद्र प्रकाश शर्मा, शशी किरण शर्मा,डॉ प्रशांत कुमार शर्मा,विकास शर्मा,सुभाष शर्मा एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे



